Saturday 9 March 2013

जय हो बेवडे बाबा की और जय हो.......

जय हो बेवडे बाबा की और जय हो....... 


एक क्वार्टर जब चढ़ाया हर ज्ञान पास होता आया ,
जो पहले ही भूल चुके थे वो सब कुछ अब याद आया,

बेवडो का वजूद ही क्या है.
कभी इस गली तो कभी उस गली.
जब पी ली एक क्वार्टर डेल्ही सिक्स की.
एक गाने पर मचले मसक कलि मसक कलि.
पीने के बाद होश कहा रहता है.
सभी कूड़ेदान और गटर स्वर्ग सा लगता है.
सुबह जब नींद खुली तो देखा.
स्वर्ग की जगह गटर में था पडा.

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